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यूरिन (मूत्र) में एपिथेलियल सैल्स आमतौर पर तब पाई जाती हैं जब एपिथेलियल सैल्स मूत्रमार्ग, ब्लैडर, यूरिटर्स या किडनी से बाहर निकलती हैं। यूरिन में एपिथेलियल सैल्स का एक सामान्य स्तर होना सामान्य है, लेकिन अगर इनकी मात्रा अधिक हो जाती है, तो यह संक्रमण, सूजन, या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है। डॉक्टर आपके यूरिन टेस्ट के परिणामों की जांच करेंगे और यदि आवश्यक हो तो आगे की जांच और उपचार की सलाह देंगे। यदि आपको यूरिन में किसी प्रकार के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत तो तुरंत नोएडा के यूरोलॉजिस्ट (Best Urologist in Noida) से संपर्क करें और चिकित्सा सहायता प्राप्त करें। जानिए इसके लक्षण से लेकर इलाज तक के बारे में विस्तार से.
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यूरिन में एपिथेलियल सैल्स की उपस्थिति सामान्यत: तब होती है जब एपिथेलियल सैल्स (त्वचा और आंतरिक अंगों की सतह को ढंकने वाली कोशिकाएं) मूत्र मार्ग के विभिन्न हिस्सों से मूत्र के साथ निकलती हैं। स्क्वैमस एपिथेलियल सैल्स सबसे सामान्य प्रकार की कोशिकाएं होती हैं जो आमतौर पर मूत्रमार्ग (यूरीथ्रा) और वेजाइना से आती हैं। ये कोशिकाएं फ्लैट और बड़ी होती हैं। ट्रांजिशनल एपिथेलियल सैल्स कोशिकाएं ब्लैडर (मूत्राशय), यूरिटर्स (मूत्रवाहिनी), और किडनी के ऊपरी हिस्से से आती हैं। ये कोशिकाएं विभिन्न आकार और रूप में हो सकती हैं। रिनल ट्यूबुलर एपिथेलियल सैल्स कोशिकाएं किडनी (गुर्दे) से आती हैं और अगर ये बड़ी मात्रा में पाई जाती हैं, तो यह किडनी की किसी समस्या का संकेत हो सकता है।
यूरिन में एपिथेलियल सैल्स की सामान्य रेंज व्यक्ति की उम्र, लिंग, और स्वास्थ्य की स्थिति पर निर्भर करती है। आमतौर पर, यूरिन में एपिथेलियल सैल्स की सामान्य मात्रा को मापने के लिए माइक्रोस्कोपिक एक्सामिनेशन का उपयोग किया जाता है। स्क्वैमस एपिथेलियल सैल्स की सामान्य रेंज यूरिन सैंपल में स्क्वैमस एपिथेलियल सैल्स की मात्रा हल्की होती है, और आमतौर पर 0-5 सैल्स/हाई पावर फील्ड (एचपीएफ) होती है। अगर ये संख्या बढ़ जाती है, तो यह मूत्रमार्ग की सूजन या संक्रमण का संकेत हो सकता है। ट्रांजिशनल एपिथेलियल सैल्स में रेंज सामान्य रूप से 0-3 सैल्स/एचपीएफ होती है। अगर संख्या अधिक होती है, तो यह मूत्राशय की समस्या या सूजन का संकेत हो सकता है। रिनल ट्यूबुलर एपिथेलियल सैल्स की रेंज सामान्य यूरिन में रिनल ट्यूबुलर एपिथेलियल सैल्स की मात्रा बहुत कम होती है, लगभग 0-1 सैल्स/एचपीएफ होती है। अगर इनकी संख्या अधिक हो, तो यह किडनी की समस्याओं का संकेत हो सकता है, जैसे कि किडनी की सूजन या क्षति। विभिन्न प्रयोगशालाएं और मेडिकल सेंटर थोड़े भिन्न मानदंडों का उपयोग कर सकते हैं, इसलिए आपके द्वारा प्राप्त परिणामों को आपके स्वास्थ्य पेशेवर द्वारा सही ढंग से व्याखित करना महत्वपूर्ण है। सामान्य रेंज में थोड़े बहुत बदलाव हो सकते हैं, और ये किसी बीमारी या स्वास्थ्य स्थिति का संकेत नहीं देते हैं। अगर आपके यूरिन टेस्ट में एपिथेलियल सैल्स की मात्रा सामान्य से अधिक पाई जाती है, तो डॉक्टर से परामर्श करें ताकि किसी संभावित स्वास्थ्य समस्या की जांच की जा सके और उचित उपचार किया जा सके।
डॉ. भंवर लाल बरकेसिया के पास यूरोलॉजी में 9 वर्षों से अधिक का व्यापक अनुभव है। वह सामान्य यूरोलॉजी, एंडोस्कोपिक यूरोलॉजी, कैंसर से संबंधित यूरोलॉजी, गुर्दा प्रत्यारोपण, बांझपन और महिला यूरोलॉजी में विशेषज्ञता रखते हैं। उन्होंने कई जटिल प्रक्रियाओं जैसे यूरेटर से पत्थर निकालना, प्रोस्टेट की सर्जरी, गुर्दे की पथरी निकालना, वेरिकोसील की सर्जरी, यूरेटर की मरम्मत, गुर्दे की सर्जरी और महिला यूरोलॉजी से जुड़ी सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है।
डॉ. सचिन खंडेलवाल भी एक कुशल यूरोलॉजिस्ट हैं, जिनका 12 वर्ष से अधिक का अनुभव है। उनकी विशेषज्ञता में मूत्राशय संबंधी समस्याएं, मूत्र मार्ग संक्रमण (यूटीआई), मूत्राशय और गुर्दे का कैंसर, गुर्दे में अवरोध और गुर्दे की पथरी शामिल हैं। वे गुर्दे के प्रत्यारोपण (मृत व्यक्ति और जीवित दाता से संबंधित), एंडोयूरोलॉजी, लेप्रोस्कोपिक और खुली सर्जरी में भी माहिर हैं। मूत्र संबंधी किसी भी समस्या के लिए, आप इन दोनों डॉक्टरों से परामर्श कर सकते हैं।
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यूरिन में एपिथेलियल सैल्स की अधिक मात्रा का इलाज इसके कारण पर निर्भर करता है। उपचार का उद्देश्य संक्रमण, सूजन, या अन्य समस्याओं का निदान और समाधान करना है। यूरिन में एपिथेलियल सैल्स की उपस्थिति आमतौर पर चिंता का कारण नहीं होती है, लेकिन यदि इनकी मात्रा अधिक हो जाती है, तो यह किसी स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। सही निदान और उपचार के लिए नोएडा में यूरोलॉजिस्ट हॉस्पिटल(Best urologist Hospital in Noida) में डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है। समय पर जांच और उचित उपचार से संक्रमण और अन्य समस्याओं को रोका जा सकता है।
प्रश्न 1: यूरिन में एपिथेलियल सैल्स का सामान्य स्तर क्या होना चाहिए ?
उत्तर: सामान्य यूरिन में एपिथेलियल सैल्स की मात्रा थोड़ी बहुत होती है। यह मात्रा व्यक्ति की उम्र, लिंग, और स्वास्थ्य पर निर्भर करती है। सामान्यतः, स्क्वैमस एपिथेलियल सैल्स की थोड़ी मात्रा यूरिन में पाई जाती है, जबकि ट्रांजिशनल और रिनल ट्यूबुलर एपिथेलियल सैल्स की मात्रा कम होती है।
प्रश्न 2: यूरिन में एपिथेलियल सैल्स का अधिक होना क्या दर्शाता है ?
उत्तर: यूरिन में एपिथेलियल सैल्स की अधिक मात्रा संक्रमण, सूजन, या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकती है, जैसे कि यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन , किडनी की समस्याएं, मूत्राशय की समस्याएं, या पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज।
प्रश्न 3: यदि यूरिन में एपिथेलियल सैल्स की अधिक मात्रा है, तो क्या करना चाहिए ?
उत्तर: यदि यूरिन टेस्ट में एपिथेलियल सैल्स की अधिक मात्रा पाई जाती है, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने डॉक्टर से परामर्श करें। डॉक्टर आपकी स्थिति का मूल्यांकन करेंगे, कारण का पता लगाएंगे, और उचित इलाज की सलाह देंगे।
प्रश्न 4: यूरिन में एपिथेलियल सैल्स की अधिकता को कैसे नियंत्रित किया जा सकता है ?
उत्तर: उपचार के लिए आपके डॉक्टर द्वारा सुझाए गए उपायों का पालन करें। इसमें एंटीबायोटिक्स, सूजन-रोधी दवाएं, और दर्द निवारक दवाएं शामिल हो सकती हैं। जीवनशैली में बदलाव, जैसे कि अधिक पानी पीना, सही स्वच्छता बनाए रखना, और सुरक्षित यौन संबंध रखना भी मदद कर सकता है।
प्रश्न 5: क्या जीवनशैली में बदलाव से यूरिन में एपिथेलियल सैल्स की अधिकता को रोका जा सकता है?
उत्तर: हां, जीवनशैली में कुछ बदलाव जैसे कि अच्छी स्वच्छता बनाए रखना, पर्याप्त पानी पीना, और स्वस्थ आहार का सेवन यूरिनरी ट्रैक्ट की स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं और संक्रमण के जोखिम को कम कर सकते हैं।
प्रश्न 6: क्या मूत्र में एपिथेलियल सैल्स की उपस्थिति गर्भावस्था में सामान्य है ?
उत्तर: गर्भावस्था के दौरान यूरिन में एपिथेलियल सैल्स की थोड़ी बहुत मात्रा सामान्य हो सकती है। हालांकि, यदि मात्रा अधिक है या अन्य लक्षण जैसे दर्द या जलन महसूस हो रही है, तो डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
प्रश्न 7: क्या कैथेटर उपयोग करने से यूरिन में एपिथेलियल सैल्स की अधिकता हो सकती है ?
उत्तर: हां, कैथेटर का उपयोग करने से यूरिन में एपिथेलियल सैल्स की मात्रा बढ़ सकती है, क्योंकि कैथेटर मूत्रमार्ग में प्रवेश करता है और संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। सही उपयोग और स्वच्छता बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
प्रश्न 8: क्या यूरिन में एपिथेलियल सैल्स की अधिकता का कोई गंभीर परिणाम हो सकता है ?
उत्तर: यूरिन में एपिथेलियल सैल्स की अधिकता कभी-कभी गंभीर समस्याओं का संकेत हो सकती है, जैसे कि किडनी की बीमारियां या संक्रमण। उचित निदान और समय पर उपचार से गंभीर परिणामों को रोका जा सकता है।