सर्दियों के मौसम में हृदय से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ठंड के मौसम में शरीर की धमनियां सिकुड़ जाती हैं, जिससे रक्त संचार धीमा हो जाता है और हृदय पर अधिक दबाव पड़ता है। इस कारण से हृदय रोग के लक्षण अधिक गंभीर हो सकते हैं। हृदय रोग के बारे में जागरूकता और इसके सूक्ष्म लक्षणों को पहचानना अत्यंत महत्वपूर्ण है ताकि आप समय पर उचित इलाज प्राप्त कर सकें और अपनी सेहत का ख्याल रख सकें। आइए जानते हैं सर्दियों में हृदय रोग के सूक्ष्म लक्षण और उन्हें नज़रअंदाज न करने के कारण।


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क्या है हृदय रोग और इसके कारण?

हृदय रोग एक ऐसी स्थिति है जिसमें हृदय और रक्त वाहिनियों की कार्यक्षमता प्रभावित होती है। ह्रदय रोग किसके कारण होता है? इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल, धूम्रपान, मोटापा, और अनियमित जीवनशैली। सर्दियों में ठंड का असर भी हृदय रोग की स्थिति को बढ़ा सकता है। हृदय की धमनियों में जमा प्लाक (cholesterol) के कारण रक्त प्रवाह में बाधा उत्पन्न होती है, जिससे हृदय को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषण नहीं मिल पाता, जिससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है।


हृदय रोग के प्रमुख कारण:
 

  • उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure)

  • उच्च कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol)

  • धूम्रपान (Smoking)

  • शारीरिक निष्क्रियता (Physical Inactivity)

  • पारिवारिक इतिहास (Genetic Factors)


क्या है हृदय रोग के 5 सूक्ष्म लक्षण जिन्हे सर्दी में न करें नज़रअंदाज़?

 

1. छाती में हल्का दर्द या बेचैनी

कई बार लोग हार्ट अटैक के चेतावनी संकेतों को पहचान नहीं पाते हैं, खासकर जब वे सूक्ष्म होते हैं। सर्दियों के मौसम में ठंड के कारण धमनियां संकुचित हो जाती हैं, जिससे रक्त प्रवाह में बाधा उत्पन्न होती है। इस दौरान छाती में हल्का दर्द, दबाव, जकड़न, या जलन महसूस हो सकती है। लोग अक्सर इसे गैस्ट्रिक समस्या या मामूली असुविधा समझ कर अनदेखा कर देते हैं, लेकिन यह दिल के दौरे का प्रारंभिक संकेत हो सकता है। अगर यह दर्द लंबे समय तक बना रहता है या अधिकतर शारीरिक गतिविधियों के दौरान महसूस होता है, तो यह संकेत हो सकता है कि आपके हृदय को पर्याप्त रक्त और ऑक्सीजन नहीं मिल रही है। इस स्थिति को नजरअंदाज करना गंभीर परिणामों का कारण बन सकता है, इसलिए छाती में हल्का दर्द होने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है।


2. थकान या कमजोरी

सर्दियों में अत्यधिक थकान या कमजोरी महसूस होना भी एक सूक्ष्म लक्षण हो सकता है, जिसे लोग सामान्य ठंड या मौसम की वजह से होने वाली अस्थायी थकान समझ कर नजरअंदाज कर सकते हैं। लेकिन बिना किसी स्पष्ट कारण के लगातार थकान महसूस करना, विशेष रूप से सुबह या हल्की गतिविधियों के बाद, हृदय रोग का संकेत हो सकता है। इसका कारण यह है कि अगर हृदय सही ढंग से पंप नहीं कर पा रहा होता, तो शरीर के अंगों और मांसपेशियों को आवश्यक ऑक्सीजन और पोषण नहीं मिल पाता। इस कमी के कारण व्यक्ति को असामान्य थकान या कमजोरी महसूस हो सकती है। अगर यह लक्षण लंबे समय तक बना रहे या अन्य लक्षणों के साथ हो, तो इसे हल्के में न लें और जल्द से जल्द हृदय रोग विशेषज्ञ से परामर्श करें।


3. सांस लेने में तकलीफ

ठंड के मौसम में सांस लेने में थोड़ी तकलीफ महसूस होना आम बात हो सकती है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें अस्थमा या अन्य श्वसन संबंधी समस्याएं होती हैं। हालांकि, अगर यह तकलीफ सर्दी-जुकाम की तुलना में ज्यादा गंभीर हो, तो इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए। हृदय को रक्त पंप करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है और अगर हृदय सही तरीके से कार्य नहीं कर रहा हो, तो शरीर के अन्य हिस्सों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाता, जिससे सांस फूलने की समस्या हो सकती है। यह स्थिति हार्ट फेलियर या गंभीर हृदय रोग का सूचक हो सकती है, खासकर जब यह सांस की कमी थोड़ी सी शारीरिक गतिविधि के बाद भी होती है। सर्दियों में इस लक्षण को नजरअंदाज करने से गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं।


4. पैरों या टखनों में सूजन

सर्दियों में पैरों या टखनों में सूजन अक्सर एक मामूली समस्या समझी जाती है, लेकिन यह हृदय रोग का सूक्ष्म संकेत भी हो सकता है। अगर आपके शरीर में रक्त प्रवाह सही ढंग से नहीं हो रहा है और हृदय की पंपिंग क्षमता कम हो गई है, तो शरीर में तरल पदार्थ जमा होने लगते हैं, जिससे पैरों, टखनों और यहां तक कि पेट में सूजन हो सकती है। यह स्थिति हार्ट फेलियर का प्रारंभिक संकेत हो सकता है। सूजन के साथ अगर अन्य लक्षण जैसे थकान, सांस की कमी या छाती में दर्द हो, तो इसे अनदेखा न करें। सर्दियों के दौरान सूजन को सामान्य ठंडा या बैठने से होने वाली तकलीफ मानना खतरनाक हो सकता है।


5. चक्कर आना या हल्का सिर दर्द

सर्दियों में अचानक चक्कर आना या हल्का सिर दर्द होना कई बार मौसम के प्रभाव या ब्लड प्रेशर में हल्की गिरावट की वजह से हो सकता है, लेकिन यह हृदय में किसी समस्या का भी संकेत हो सकता है। जब हृदय पर्याप्त रक्त को शरीर और मस्तिष्क तक पंप नहीं कर पाता, तो इसका प्रभाव आपके संतुलन और दिमाग पर पड़ सकता है, जिससे आपको चक्कर आ सकते हैं। सर्दियों में ठंड से रक्तचाप में गिरावट और हृदय की धमनियों के सिकुड़ने के कारण यह स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। अगर यह लक्षण लगातार बने रहते हैं या अन्य लक्षणों के साथ होते हैं, तो यह हार्ट अटैक के चेतावनी संकेत हो सकते हैं।इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें और आवश्यक जांच करवाएं।


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फेलिक्स हॉस्पिटल में हृदय रोग विशेषज्ञ आपके दिल की सेहत का विशेष ध्यान रखते हैं। हमारे विशेषज्ञ, डॉ. राहुल अरोरा और डॉ. सिद्धार्थ सम्राट, हृदय रोगों की सटीक पहचान और प्रभावी इलाज में विशेषज्ञ हैं। सर्दियों के मौसम में हृदय रोग से जुड़े किसी भी लक्षण को हल्के में न लें और फेलिक्स हॉस्पिटल के अनुभवी हृदय रोग विशेषज्ञों से परामर्श लें। सही समय पर इलाज से आपका हृदय स्वस्थ रह सकता है और जीवनशैली में सुधार किया जा सकता है।

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निष्कर्ष

हृदय रोग सर्दियों में और भी अधिक गंभीर हो सकता है क्योंकि ठंड में हृदय पर अधिक दबाव पड़ता है। हृदयरोग के लक्षण, प्रकार, कारण, इलाज के बारे में जानकारी रखना और किसी भी सूक्ष्म लक्षण को नज़रअंदाज न करना बहुत महत्वपूर्ण है। सर्दियों के मौसम में छाती में हल्का दर्द, सांस लेने में कठिनाई, या थकान जैसे लक्षण हार्ट अटैक के चेतावनी संकेत हो सकते हैं। इस प्रकार के लक्षण महसूस होने पर तुरंत विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क करें। फेलिक्स हॉस्पिटल में हमारे विशेषज्ञ आपकी मदद के लिए हर समय तैयार हैं।


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
 

Q- क्या ठंड के मौसम में हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है? 
ANS: हाँ, ठंड के मौसम में रक्त वाहिकाएं संकुचित हो जाती हैं, जिससे हृदय पर अधिक दबाव पड़ता है और हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है।


Q- क्या छाती में हल्का दर्द हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है? 
ANS: जी हां, छाती में हल्का दर्द या जलन हार्ट अटैक का प्रारंभिक संकेत हो सकता है। इसे हल्के में न लें और तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।


Q- सर्दियों में थकान क्यों बढ़ जाती है? 
ANS: ठंड के कारण शरीर को अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है, जिससे थकान महसूस हो सकती है। लेकिन अगर अत्यधिक थकान हो रही है तो यह हृदय रोग का संकेत हो सकता है।


Q- क्या सांस लेने में कठिनाई सर्दियों में सामान्य है? 
ANS: हल्की सर्दी-जुकाम के कारण सांस लेने में तकलीफ हो सकती है, लेकिन अगर यह लगातार हो तो यह हृदय रोग का संकेत हो सकता है।


Q- क्या पैरों में सूजन हृदय रोग का लक्षण है? 
ANS: हाँ, पैरों या टखनों में सूजन हार्ट फेलियर का संकेत हो सकता है, जब हृदय शरीर से अतिरिक्त तरल पदार्थ को ठीक से पंप नहीं कर पाता।


Q- हृदय रोग से बचाव के लिए क्या किया जा सकता है?
ANS: स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, धूम्रपान से बचना और नियमित स्वास्थ्य जांच से हृदय रोग से बचाव किया जा सकता है।


Q- क्या परिवार में हृदय रोग का इतिहास होना एक जोखिम कारक है?
ANS: हाँ, अगर आपके परिवार में किसी को हृदय रोग है तो आपको भी इसका खतरा हो सकता है।


Q- क्या सर्दियों में हृदय रोग के मरीजों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए? 
ANS: हाँ, हृदय रोग के मरीजों को ठंड से बचना चाहिए, गर्म कपड़े पहनने चाहिए और डॉक्टर के परामर्श पर नियमित दवाएं लेनी चाहिए।


Q- क्या हृदय रोग का इलाज संभव है? 
ANS: हाँ, नियमित जांच, जीवनशैली में सुधार और सही समय पर उपचार से हृदय रोग का प्रबंधन किया जा सकता है।


Q- फेलिक्स हॉस्पिटल में हृदय रोग का इलाज कैसे किया जाता है? 
ANS: फेलिक्स हॉस्पिटल में अनुभवी हृदय रोग विशेषज्ञ उन्नत तकनीकों और उपचार विधियों का उपयोग कर हृदय रोग का सटीक निदान और उपचार करते हैं।

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