बवासीर, जिसे पाइल्स या हेमोराइड्स के नाम से भी जाना जाता है, एक आम समस्या है, जो हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती है। इसमें मलाशय (रेक्टम) के आसपास या अंदर की नसों में सूजन हो जाती है, जिससे दर्द, खुजली और कभी-कभी रक्तस्राव जैसी परेशानियाँ होती हैं। अगर समय पर सही इलाज न मिले, तो यह समस्या गंभीर हो सकती है और ऑपरेशन की जरूरत पड़ सकती है। अगर आप बवासीर से परेशान हैं और ऑपरेशन के विकल्प पर विचार कर रहे हैं, तो यह ब्लॉग आपकी मदद कर सकता है। इसमें हम बवासीर के कारणों, इसके ऑपरेशन के फायदे-नुकसान और साथ ही नोएडा के सर्वश्रेष्ठ हॉस्पिटल में उपचार के बारे में जानेंगे।


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बवासीर क्या होता है?

बवासीर (Hemorrhoids) मलाशय और गुदा (Anus) के आसपास की नसों में सूजन और दर्द का कारण बनने वाली एक स्थिति है। इसमें अक्सर गुदा के अंदर या बाहर गांठ या मस्से बन जाते हैं। यह स्थिति सामान्यतः दो प्रकार की होती है:

  • आंतरिक बवासीर - ये गुदा के अंदर होती है और मल त्यागते समय रक्तस्राव हो सकता है।

  • बाहरी बवासीर - ये गुदा के बाहर होती है, जिसमें दर्द और खुजली होती है।


बवासीर क्यों होती है?

बवासीर के कई कारण होते हैं, जो जीवनशैली, आहार, और स्वास्थ्य संबंधित आदतों से जुड़े हो सकते हैं। यह समस्या विशेष रूप से तब उभरती है जब गुदा और मलाशय के आसपास की नसों पर अत्यधिक दबाव पड़ता है। इसके कारण निम्नलिखित हैं:

  • कब्ज़ - लंबे समय तक कब्ज़ रहना बवासीर का सबसे आम कारण है। जब व्यक्ति कब्ज़ की वजह से बार-बार जोर लगाकर मल त्याग करता है, तो गुदा के आसपास की नसों पर दबाव बढ़ता है, जिससे ये सूज जाती हैं और बवासीर की समस्या उत्पन्न होती है।

  • लंबे समय तक बैठे रहना - अत्यधिक समय तक एक ही स्थिति में बैठे रहने से भी बवासीर का खतरा बढ़ता है। विशेषकर ऑफिस में लंबे समय तक बैठे रहना, बिना किसी गतिविधि के दिन बिताना गुदा और मलाशय की नसों पर दबाव डाल सकता है। इस तरह के दबाव से नसों में सूजन हो सकती है और बवासीर हो सकता है।

  • अधिक वजन - मोटापा भी बवासीर का एक प्रमुख कारण है। अधिक वजन होने पर पेट और गुदा की नसों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे इन नसों में सूजन आ सकती है और बवासीर का खतरा बढ़ जाता है।

  • गर्भावस्था - गर्भवती महिलाओं को बवासीर की समस्या अधिक होती है। गर्भावस्था में बढ़ते बच्चे के कारण गुदा और पेट की नसों पर दबाव बढ़ जाता है। इसके अलावा, हार्मोनल बदलाव के कारण भी गर्भवती महिलाओं में बवासीर की संभावना बढ़ सकती है।

  • अनियमित और असंतुलित आहार - ज्यादा तला हुआ, मसालेदार, और कम फाइबर युक्त भोजन का सेवन करने से भी बवासीर की समस्या हो सकती है। कम फाइबर के कारण मल त्याग में कठिनाई होती है, जिससे कब्ज़ और बवासीर का खतरा बढ़ जाता है। फाइबर युक्त भोजन से मल को नरम रखने में मदद मिलती है और इससे बवासीर की संभावना घटती है।


बवासीर का ऑपरेशन कब ज़रूरी होता है?

बवासीर का ऑपरेशन तब आवश्यक हो सकता है जब स्थिति इतनी गंभीर हो जाए कि अन्य उपचार काम न करें और दर्द असहनीय हो। इसके कुछ प्रमुख संकेत निम्नलिखित हैं:

  • असहनीय दर्द - बवासीर की स्थिति कभी-कभी इतनी बिगड़ जाती है कि व्यक्ति को दिन-रात असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है। यह दर्द दैनिक जीवन की गतिविधियों में रुकावट डाल सकता है और व्यक्ति को सामान्य कार्यों में कठिनाई महसूस हो सकती है। ऐसी स्थिति में ऑपरेशन एक कारगर विकल्प हो सकता है।

  • अत्यधिक रक्तस्राव - अगर मल त्यागते समय लगातार अत्यधिक मात्रा में रक्तस्राव हो रहा है, तो यह एक गंभीर स्थिति हो सकती है। लगातार रक्तस्राव से व्यक्ति को एनीमिया होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में बवासीर का ऑपरेशन करना आवश्यक हो सकता है।

  • अन्य उपचार विफल हो जाएं - कई बार दवाइयों, मलहम, और गैर-शल्य चिकित्सा उपचार जैसे बैंडिंग या स्क्लेरोथेरेपी का असर बवासीर पर नहीं होता है। यदि सभी सामान्य उपाय बेअसर साबित हो रहे हैं, तो ऑपरेशन आवश्यक हो सकता है।

  • गांठ का आकार बढ़ना - जब बवासीर के मस्से या गांठें इतनी बड़ी हो जाएं कि वे अपने आप अंदर न जाएं या मल त्याग में बाधा उत्पन्न करें, तब ऑपरेशन की जरूरत पड़ सकती है। बड़े मस्से व्यक्ति को असहनीय असुविधा और दर्द का कारण बन सकते हैं।


बवासीर के ऑपरेशन के फायदे

बवासीर के ऑपरेशन से कई लाभ हो सकते हैं, जो मरीज़ के स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाते हैं। ऑपरेशन के कुछ प्रमुख फायदे इस प्रकार हैं:
 

  • दर्द से राहत - बवासीर का ऑपरेशन कराने के बाद दर्द से काफी हद तक राहत मिलती है। जो व्यक्ति लंबे समय से दर्द झेल रहे होते हैं, उन्हें ऑपरेशन के बाद तुरंत आराम मिलता है।

  • रक्तस्राव में कमी - ऑपरेशन के बाद मल त्यागते समय होने वाले रक्तस्राव में भी काफी कमी आती है। इससे व्यक्ति एनीमिया जैसी समस्याओं से बच सकता है और बेहतर स्वास्थ्य का अनुभव कर सकता है।

  • जीवन की गुणवत्ता में सुधार - बवासीर का ऑपरेशन कराने से व्यक्ति की जीवन की गुणवत्ता में सुधार आता है। वह सामान्य जीवन जी पाता है और अपनी दैनिक गतिविधियाँ बिना किसी असुविधा के कर पाता है।

  • स्थायी समाधान - ऑपरेशन के बाद बवासीर की समस्या से स्थायी राहत मिलती है और भविष्य में इसके पुनः उत्पन्न होने की संभावना कम हो जाती है। ऐसे में यह एक दीर्घकालिक समाधान साबित हो सकता है।


बवासीर के ऑपरेशन के नुकसान

हर सर्जरी की तरह, बवासीर के ऑपरेशन में भी कुछ संभावित जोखिम होते हैं, जिनमें शामिल हैं:
 

  • संक्रमण का खतरा - ऑपरेशन के बाद संक्रमण का खतरा हो सकता है। हालांकि, एंटीबायोटिक्स के उपयोग से इस खतरे को नियंत्रित किया जा सकता है, लेकिन संक्रमण की थोड़ी संभावना बनी रहती है।

  • दर्द और सूजन - ऑपरेशन के बाद कुछ समय तक दर्द और सूजन की समस्या हो सकती है। हालांकि, समय के साथ यह ठीक हो जाती है, लेकिन इसके लिए धैर्य और सावधानी की आवश्यकता होती है।

  • रक्तस्राव - कुछ मामलों में ऑपरेशन के बाद भी रक्तस्राव हो सकता है। यह स्थिति दुर्लभ होती है, लेकिन इसकी संभावना को नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता।

  • अन्य जटिलताएँ - कभी-कभी ऑपरेशन के बाद मल त्याग में कठिनाई, अस्थायी कब्ज़, या गुदा की कमजोरी जैसी समस्याएँ भी उत्पन्न हो सकती हैं।


फ़ेलिक्स हॉस्पिटल में बवासीर का सर्वश्रेष्ठ उपचार

फ़ेलिक्स हॉस्पिटल में बवासीर के इलाज के लिए बेहतरीन सुविधा और अनुभवी चिकित्सक उपलब्ध हैं। यहां के विशेषज्ञ, डॉ. रितेश अग्रवाल, नोएडा के कुशल जनरल सर्जन हैं और बवासीर के ऑपरेशन में महारत रखते हैं। उनके मार्गदर्शन में बवासीर का इलाज सटीकता और सावधानी से किया जाता है, जिससे मरीज़ को जल्दी और स्थायी राहत मिलती है।


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निष्कर्ष

बवासीर एक सामान्य लेकिन दर्दनाक स्थिति है, जो कई बार ऑपरेशन तक ले जा सकती है। हालाँकि, सही समय पर इलाज और उचित देखभाल से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। बवासीर के ऑपरेशन के फायदे और नुकसान को ध्यान में रखते हुए, सही निर्णय लेना आवश्यक है। फ़ेलिक्स हॉस्पिटल के विशेषज्ञ डॉक्टरों और नवीनतम चिकित्सा सुविधाओं के साथ आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं। साथ ही बवासीर के इलाज की कीमत जानने के लिए भी आप हमसे संपर्क कर सकते है 


अक्सर पूछे जानें वाले प्रश्न व उत्तर (FAQs)
 

Q- बवासीर क्या है और इसके लक्षण क्या होते हैं? 
ANS: बवासीर एक ऐसी स्थिति है जिसमें गुदा और मलाशय की नसों में सूजन आ जाती है। इसके प्रमुख लक्षणों में दर्द, खुजली, रक्तस्राव, और गांठें शामिल होती हैं, जो मल त्याग के दौरान अधिक स्पष्ट हो सकते हैं।
 

Q-बवासीर के प्रमुख कारण क्या हैं? 
ANS: बवासीर के मुख्य कारणों में लंबे समय तक कब्ज़, अधिक समय तक बैठना, अधिक वजन, गर्भावस्था, और कम फाइबर युक्त आहार शामिल हैं। ये सभी गुदा और मलाशय पर दबाव डालकर बवासीर को बढ़ावा दे सकते हैं।
 

Q- बवासीर का ऑपरेशन कब आवश्यक होता है?
ANS: बवासीर का ऑपरेशन तब आवश्यक हो सकता है जब असहनीय दर्द हो, अत्यधिक रक्तस्राव हो, सामान्य उपचार काम न करें, या गांठ का आकार बहुत बड़ा हो जाए और यह रोजमर्रा की गतिविधियों को प्रभावित करने लगे।
 

Q- क्या बवासीर का ऑपरेशन दर्दनाक होता है? 
ANS: आधुनिक चिकित्सा में उपलब्ध तकनीकों से बवासीर का ऑपरेशन सामान्यतः दर्दरहित होता है। कुछ अस्थायी दर्द या सूजन हो सकती है, लेकिन यह जल्दी ठीक हो जाती है और उचित देखभाल के साथ इसे प्रबंधित किया जा सकता है।
 

Q- बवासीर के ऑपरेशन के कौन-कौन से फायदे हैं?
ANS: बवासीर के ऑपरेशन के फायदे हैं कि इससे दर्द और रक्तस्राव से राहत मिलती है, जीवन की गुणवत्ता में सुधार होता है, और यह एक स्थायी समाधान प्रदान करता है जिससे पुनः बवासीर होने की संभावना कम हो जाती है।
 

Q- क्या बवासीर के ऑपरेशन से किसी प्रकार का जोखिम होता है? 
ANS: हर सर्जरी की तरह बवासीर के ऑपरेशन में भी कुछ जोखिम होते हैं, जैसे संक्रमण, अस्थायी दर्द और सूजन, और कुछ मामलों में ऑपरेशन के बाद भी रक्तस्राव हो सकता है। हालाँकि, एंटीबायोटिक और उचित देखभाल से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

 

Q- क्या बवासीर का ऑपरेशन करने के बाद नियमित जीवनशैली में लौटना संभव है? 
ANS: हां, बवासीर का ऑपरेशन करवाने के बाद सामान्यतः कुछ ही समय में मरीज अपनी नियमित जीवनशैली में लौट सकते हैं। ऑपरेशन के बाद कुछ दिन आराम की आवश्यकता हो सकती है, लेकिन समय के साथ व्यक्ति सामान्य जीवन जी सकता है।

 

Q- बवासीर से बचाव के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं? 
ANS: बवासीर से बचने के लिए फाइबर युक्त आहार लेना, पर्याप्त मात्रा में पानी पीना, नियमित व्यायाम करना, और लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठने से बचना जैसे उपाय सहायक हो सकते हैं।

 

Q- फ़ेलिक्स हॉस्पिटल में बवासीर का इलाज क्यों बेहतर है? 
ANS: फ़ेलिक्स हॉस्पिटल में अत्याधुनिक तकनीक, अनुभवी डॉक्टर, और मरीज के लिए विशेष देखभाल उपलब्ध है। यहाँ बवासीर के सफल और सुरक्षित इलाज के लिए बेहतरीन सुविधाएं दी जाती हैं, जिससे मरीज को जल्दी राहत मिलती है।

 

Q- क्या बवासीर का ऑपरेशन स्थायी समाधान है? 
ANS: हां, बवासीर का ऑपरेशन अधिकतर मामलों में स्थायी समाधान प्रदान करता है, जिससे भविष्य में इसके लौटने की संभावना बहुत कम हो जाती है। उचित देखभाल और जीवनशैली में बदलाव से इसे पूरी तरह रोका जा सकता है।

 

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