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गुर्दे की पथरी खनिजों और अन्य पदार्थों से बने क्रिस्टल के समूह होते हैं, जो आपके मूत्र पथ में बनते हैं। ज़्यादातर पथरी पेशाब के माध्यम से स्वाभाविक रूप से बाहर निकल जाती है, लेकिन यह प्रक्रिया अत्यंत दर्दनाक हो सकती है। यदि पथरी अपने आप बाहर नहीं निकल पाती या मूत्र पथ में रुकावट उत्पन्न करती है, तो आपको पथरी को तोड़ने या निकालने के लिए चिकित्सा प्रक्रिया की आवश्यकता हो सकती है।
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किडनी स्टोन छोटे, कठोर खनिजों और लवणों का एक संग्रह होता है जो गुर्दे के अंदर बनता है। यह स्टोन तब बनते हैं जब यूरिन में कुछ पदार्थों की सांद्रता बढ़ जाती है और वे क्रिस्टल के रूप में जमने लगते हैं। समय के साथ, ये क्रिस्टल मिलकर एक ठोस पिंड का रूप ले लेते हैं। इन्हीं को गुर्दे की पथरी कहते हैं। किडनी स्टोन एक गंभीर लेकिन प्रबंधनीय समस्या है। गुर्दे की पथरी होने के लक्षण (Kidney Stone Symptoms in Hindi) को समझकर और सही समय पर उपचार करवाकर इससे बचा जा सकता है। स्वस्थ आहार और पर्याप्त पानी का सेवन गुर्दे की पथरी की संभावना को कम कर सकता है। किडनी स्टोन होना एक आम लेकिन बेहद दर्दनाक स्थिति है। समय पर ध्यान देने और सही पथरी का इलाज से इसे प्रबंधित और ठीक किया जा सकता है।
किडनी स्टोन के लक्षण तब प्रकट होते हैं जब ये स्टोन गुर्दे से मूत्रवाहिनी (यूरीटर) में चले जाते हैं। ये लक्षण आमतौर पर तब महसूस होते हैं जब स्टोन मूत्र प्रवाह को अवरुद्ध कर देते हैं। गुर्दे की पथरी के लक्षणों का अनुभव करते समय, खासकर जब दर्द अत्यधिक हो, पेशाब में खून आ रहा हो, या बुखार हो, तो तुरंत चिकित्सकीय सहायता लेनी चाहिए। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि स्टोन के कारण किसी गंभीर जटिलता का विकास न हो। यहां गुर्दे की पथरी होने के लक्षण (Kidney Stone Ke Lakshan in Hindi) की सूची दी गई है।
किडनी स्टोन मुख्यतः चार प्रकार के होते हैं, जिनमें प्रत्येक प्रकार की रचना और कारण भिन्न होते हैं। किडनी स्टोन के विभिन्न प्रकारों को समझना उनके रोकथाम और उपचार में मददगार हो सकता है। सही जानकारी और समय पर उपचार से किडनी स्टोन की समस्या से निपटा जा सकता है। यदि गुर्दे की पथरी होने के लक्षण महसूस हों तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यहां गुर्दे की पथरी के प्रकार और उनके बारे में जानकारी दी गई है:
किडनी स्टोन बनने के कई कारण(Kidney Stones Causes In Hindi) हो सकते हैं, जो व्यक्ति की जीवनशैली, आहार, आनुवंशिकता और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से संबंधित होते हैं। गुर्दे की पथरी के बनने के कई कारण होते हैं, और इनके जोखिम को कम करने के लिए सावधानीपूर्वक जीवनशैली और आहार को अपनाना महत्वपूर्ण है। पर्याप्त मात्रा में पानी पीना, संतुलित आहार लेना और नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करवाना किडनी स्टोन से बचाव के प्रमुख उपाय हैं। यदि आपको गुर्दे की पथरी के लक्षण महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उचित उपचार (Kidney Stone Treatment in Hindi) प्राप्त करें। यहां कुछ प्रमुख कारणों का विवरण दिया गया है:
गुर्दे की पथरी से बचाव के लिए सही जीवनशैली और आहार का पालन करना महत्वपूर्ण है। पर्याप्त मात्रा में पानी पीना, संतुलित आहार लेना, नियमित व्यायाम करना और स्वास्थ्य जांच करवाना किडनी स्टोन के जोखिम को काफी हद तक कम कर सकते हैं। यदि आपको किसी प्रकार के गुर्दे की पथरी के लक्षण महसूस होते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उचित परामर्श लें। किडनी स्टोन से बचाव के लिए कुछ सरल और प्रभावी उपाय अपनाए जा सकते हैं। यहां किडनी स्टोन से बचाव के कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए हैं:
यदि किडनी स्टोन का मामला जटिल हो जाता है या अगर बड़े पैमाने पर प्रकोप होता है, तो यूरोलॉजिस्ट विशेषज्ञ की सलाह ली जा सकती है। ज्यादा जानकारी के लिए हमें कॉल करें +91 9667064100.
डॉ. सचिन खंडेलवाल के पास 12+ वर्षों का अनुभव है और वे यूरोलॉजी के विशेषज्ञ हैं। उनका विशेषज्ञता क्षेत्र मूत्राशय की समस्याएं, मूत्र पथ संक्रमण (UTIs), मूत्राशय और गुर्दे का कैंसर, गुर्दे की रुकावट और गुर्दे की पथरी शामिल हैं। वे रीनल ट्रांसप्लांटेशन (कैडवरिक और लिवर से संबंधित), एंडोयूरोलॉजी, लैप्रोस्कोपिक और ओपन सर्जरी में भी विशेषज्ञता रखते हैं। मूत्र प्रणाली से संबंधित किसी भी समस्या के लिए उनसे सलाह लें।
डॉ. भंवर लाल बरकेसिया, 9+ वर्षों के अनुभव के साथ एक कुशल और समर्पित यूरोलॉजिस्ट (Urologist) हैं। वे विभिन्न प्रक्रियाओं जैसे URSL, TURBT, TURP, PCNL, PCN, DJ एक्सचेंज, यूरीथ्रोप्लास्टी, सिस्टोलिथोटोमी, लैप वैरिकोसीलेक्टॉमी और यूरीटेरोलिथोटोमी में विशेषज्ञ हैं। उन्होंने कई ओपन/लैप रेडिकल नेफरेक्टॉमी, एड्रेनलेक्टॉमी और ट्रांसप्लांट सर्जरी में सक्रिय योगदान दिया है। इसके अलावा, डॉ. बरकेसिया ने 50 से अधिक रोबोटिक (Da Vinci Xi) यूरोलॉजिकल प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और सिमुलेटिव रोबोटिक ट्रेनिंग में दक्षता प्राप्त की है। उनकी व्यापक विशेषज्ञता सर्जिकल और यूरोलॉजिकल आपात स्थितियों को संभालने में भी परिलक्षित होती है
किडनी स्टोन एक गंभीर लेकिन प्रबंधनीय स्थिति है। इसके लक्षणों को पहचानकर और समय पर उचित उपचार (Kidney Stone Treatment in Hindi) प्राप्त करके इसे प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जा सकता है। पर्याप्त मात्रा में पानी पीना, संतुलित आहार लेना, और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना किडनी स्टोन से बचाव के प्रमुख उपाय हैं। यदि आपको गुर्दे की पथरी के लक्षण महसूस हों, तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श करें। समय पर ध्यान देने और सही उपचार से गुर्दे की पथरी की समस्याओं से बचा जा सकता है और जीवन की गुणवत्ता में सुधार किया जा सकता है।
उत्तर: किडनी स्टोन, जिन्हें गुर्दे की पथरी भी कहा जाता है, छोटे, कठोर खनिजों और लवणों का एक संग्रह होता है जो गुर्दे के अंदर बनते हैं। ये तब होते हैं जब यूरिन में खनिजों और अन्य तत्वों की सांद्रता बढ़ जाती है और ये क्रिस्टल के रूप में जम जाते हैं।
उत्तर: किडनी स्टोन मुख्यतः चार प्रकार के होते हैं। कैल्शियम स्टोन से कैल्शियम ऑक्सलेट से बने होते हैं। यूरिक एसिड स्टोन अधिक प्रोटीन युक्त आहार से बनते हैं। स्ट्रुवाइट स्टोन यूरिन संक्रमण के कारण बनते हैं। सिस्टीन स्टोन वंशानुगत विकार सिस्टिनुरिया के कारण बनते हैं।
उत्तर: गुर्दे की पथरी होने के सामान्य लक्षण में पीठ या पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द, पेशाब करते समय दर्द या जलन, पेशाब में खून आना, उल्टी और मतली, बार-बार पेशाब की इच्छा शामिल हैं।
उत्तर: गुर्दे की पथरी बनने के प्रमुख कारणों में कम पानी पीना, उच्च सोडियम, ऑक्सलेट और प्रोटीन युक्त आहार, आनुवंशिकता, कुछ स्वास्थ्य समस्याएं जैसे कि हायपरपैराथायरॉइडिज्म और मूत्र संक्रमण शामिल हैं।
उत्तर: किडनी स्टोन का निदान यूरिन में खनिज और अन्य तत्वों की मात्रा की जांच, रक्त में कैल्शियम, फॉस्फेट और यूरिक एसिड के स्तर की जांच एक्स-रे, सीटी स्कैन, या अल्ट्रासाउंड के माध्यम से स्टोन का आकार, स्थान और प्रकार का पता लगाकर किया जा सकता है। दवाएं स्टोन को टूटने और बाहर निकालने में मदद करती हैं। अधिक पानी पीना छोटे स्टोन यूरिन के साथ बाहर निकल सकते हैं।
उत्तर: किडनी स्टोन से बचाव के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, संतुलित आहार लें, जिसमें सोडियम, ऑक्सलेट और प्रोटीन की मात्रा नियंत्रित हो, नियमित शारीरिक गतिविधि करें. स्वस्थ वजन बनाए रखें, नियमित स्वास्थ्य जांच करवाएं।
उत्तर: हां, किडनी स्टोन का पुनरावृत्ति हो सकता है, खासकर यदि जीवनशैली और आहार में बदलाव नहीं किए जाते हैं। पर्याप्त पानी पीना, संतुलित आहार लेना और नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करवाना पुनरावृत्ति के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।
उत्तर: नहीं, सभी किडनी स्टोन दर्दनाक नहीं होते। छोटे स्टोन बिना किसी गुर्दे की पथरी के लक्षण के गुर्दे से बाहर निकल सकते हैं। हालांकि, बड़े स्टोन मूत्रवाहिनी में फंस सकते हैं और दर्द का कारण बन सकते हैं।